नवग्रह शांति पूजा
ग्रहों के अशुभ प्रभाव के कारण जीवन में अनेक तरह की समस्याएं आती हैं। ग्रहों का प्रकोप इतना खतरनाक होता है कि कोई व्यक्ति अपने ही हाथों से खुद को बर्बाद कर लेता है। ग्रहों के अशुभ प्रभाव के कारण आपका जीवन नर्क बन सकता है।
कोई भी ग्रह अशुभ स्थान में बैठा हो तो वह व्यक्ति के जीवन में विपरीत परिस्थितियां पैदा करता है। जिस कारण व्यक्ति का आत्मबल टूटने लगता है और उसका जीवन तनाव और चिंताओं से घिर जाता है।
नवग्रहों यानि नौ ग्रहों को शांत करने के लिए नवग्रह पूजन ही एकमात्र समाधान है।
नवग्रह पूजन के लाभ
- नवग्रह पूजन से कोई एक ग्रह नहीं बल्कि पूरे नौ ग्रह प्रसन्न होते हैं और आपको एकसाथ नौ ग्रहों की कृपा प्राप्त होती है।
- अगर आपकी कुंडली में कोई ग्रह नीच या अशुभ स्थान में होकर बुरा प्रभाव डाल रहा है और इसके कारण आपके जीवन में अनेक कठिनाईयां आ रहीं है तो आपको नवग्रह पूजन अवश्य करवाना चाहिए।
- नवग्रह पूजन की सबसे खास बात यही है कि इसे कोई भी करवा सकता है। इस पूजन से आपकी कुंडली के सभी दोष शांत होते हैं।
- सुख-समृद्धि और मान-सम्मान की प्राप्ति के लिए आप नवग्रह पूजन करवा सकते हैं।
पूजन सामग्री
धूप, फूल पान के पत्ते, सुपारी, हवन सामग्री, देसी घी, मिष्ठान, गंगाजल, कलावा, हवन के लिए लकड़ी (आम की लकड़ी), आम के पत्ते, अक्षत, रोली, जनेऊ, कपूर, शहद, चीनी, हल्दी और गुलाबी कपड़ा |
नवग्रह दोष शांति पूजा
नवग्रह दोष के निवारण हेतु पूजन की अनेक विधि हैं। सबसे उत्तम विधि वैदिक मंत्रों द्वारा किया जाने वाला विधान है। नवग्रह दोष की शांति के लिए नौ ग्रहों को उनके मंत्रों द्वारा शांत किया जाता है।
पूजन का महत्व
यह पूजा अथवा अनुष्ठान कराने से आपके महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होते हैं। इस पूजा के प्रभाव से आपके जितने भी रुके हुए काम हैं वो पूरे हो जाते हैं। शारीरिक और मानसिक चिंताएं दूर होती हैं। नौकरी, करियर और जीवन में आ रही सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती है।
पूजन का समय :
पूजा का समय शुभ मुहुर्त देखकर तय किया जाएगा।
यजमान द्वारा वांछित जानकारी :
- नाम एवं गोत्र, पिता का नाम
- जन्म तारीख, स्थान
- पूजा का प्रसाद
- यंत्र और सूखा प्रसाद